अनलॉक हो रहा है ; क्या करें ?

केंद्र सरकार ने कोरोना से संबंधित कई दिशा – निर्देश दिए हैं. मुश्किल यही है की उन आदेशों के हाँथ – पाँव नहीं है. गृह मंत्रालय की ओर से दिए गए अनलॉक में सभी राज्य सरकारों को आदेश का पालन करना अनिवार्य है‚ लेकिन प्रत्येक राज्य को अपने राज्य की परिस्थितियों के अनुसार इनमें संशोधन करने का भी प्रावधान है.

ऐसा है की संक्रमण तेजी से बढे तो वहां सख्ती की जरूरत है. नियंत्रण में है तो छूट दी जा सकती है. तमिलनाडु में जिला के अन्दर बसें चलेगी. जिला से बाहर बसें नहीं जाएगी. कारण स्पष्ट है जनता को हो रही असुविधा और सरकार भी अब नुकसान से बचना चाह रही है. इसलिए सावधानी हमें बरतनी चाहिए.

अमेरिका के मेरीलैंड विश्वविद्यालय के डॉ. फाहिम यूनुस का जो की संक्रमण रोग विभाग की प्रमुख हैं. उनके अनुसार कोरोना के वायरस से जल्द छुटकारा पाना आसान नहीं है. रूस ने इसके इंजेक्शन निकालने की बात कही है. लेकिन चीन में जो लोग कोरोना से ठीक हुए थे उनमें से कुछ को कोरोना दोबारा होने के समाचार भी आ रहे हैं. इसलिए डॉ. फाहिम के अनुसार हमें इस बीमारी के साथ रहने की आदत डाल लेनी चाहिए और परेशान या घबराने की कोई जरूरत नहीं है.

उनके अनुसार अगर कोरोना का वायरस हमारे शरीर में प्रवेश कर चुका है तो अत्यधिक पानी पीने से वो बाहर नहीं निकलेगा. बल्कि हम बाथरूम ज्यादा जाने लगेंगे. इस वायरस पे किसी भी तरह के मौसम का भी असर नहीं होगा. उनकी इस बात पर विश्वास इसलिए होता है क्योंकि गर्मियों  में भी और बरसात में भी कोरोना के मरीजों की संख्या विश्वभर में तेजी से बढ़ी ही है.

लगातार हाथ धोने और उचित दूरी बनाए रखने से ही इससे बचा जा सकता है. इसे हम जीवन में जोड़ लें तो क्या मुश्किल है. यदि हमारे घर में कोई भी संक्रमित नहीं है तो हमें बार – बार घर की वस्तुओं को बदलने की कोई जरुरत नहीं है.

कोरोना के वायरस आम फ्लू की तरह ही है. जो खाने की वस्तुओं को मंगाने से नहीं फैलते। बस हाथ धोना और दूरी बनाए रखना चाहिए. डॉ. यूनुस के अनुसार यदि कोई इससे संक्रमित है जरुरी नहीं है की उसके शरीर से वायरस निकले. संभावना नहीं के बराबर है. ऐसी कई और एलर्जी होती हैं‚ जिनके कारण भी इंसान की सूंघने और स्वाद की शक्ति खो जाती है. अभी तक इस लक्षण को इसका एकमात्र कारण नहीं कहा जा सकता. कोरोना का वायरस एक ड्रिप इंफेक्शन है‚ जो केवल निकटता और सम्पर्क में आने से ही फैलता है हवा में नहीं.

इसलिए घर में घुसते ही तुरंत वस्त्र बदलना और स्नान कर लेना चाहिए. ऐसे भी शुद्धि करना एक अच्छी बात है. यह तो हमारे संस्कार में है. कल तक जो लोग घर में खाना नहीं बना पाते थे जैसे कि विद्यार्थी आदि वो भी अब खाना बनाने लग गए हैं. यह एक अच्छी आदत लगी है.  लेकिन अगर आप बाजार से खाना मंगवाते हैं तो उसे एक बार दोबारा गर्म कर लेना चाहिए.

कोरोना का वायरस किसी भी धर्म‚ जाति‚ लिंग या स्टेटस में भेद नहीं करता ये किसी को भी हो सकता है. यदि आप बाहर से आते हैं तो जूतों को उतारना एक अच्छी आदत है‚ लेकिन वही जूते जो आपने दिन भर पहने हैं और उनसे आपको संक्रमण नहीं हुआ तो जूतों से संक्रमण का कोई लेना – देना नहीं है। कुछ लोग जो अधिक सावधानी बरतने के लिए दस्ताने पहनते हैं उन्हें भी इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि दस्तानों पे यदि वायरस आ भी जाता है तो आसानी से जाता नहीं.

हाथ धोना ही एकमात्र उपाय है जो वायरस को बहा देता है. हाथों को धोने के लिए आम साबुन का प्रयोग ही करें एंटी – बैक्टीरिया साबुन का नहीं क्योंकि कोरोना एक वायरस है बैक्टीरिया नहीं. हमें सतर्क रहने की जरूरत है परेशान रहने की नहीं.

  • साभार पल्लव टाइम्स

1 comment on “अनलॉक हो रहा है ; क्या करें ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *